प्रारंभ प्रकाशन, गाज़ियाबाद द्वारा प्रकाशित
साहित्यिक पत्रिका `युग वंशिका` में प्रकाशित ग़ज़लों में से
कुछ पंक्तियाँ आपके लिये
दोस्त हर क़दम पर हैं ,दोस्ती नहीं मिलती
आजकल के रिश्तों में, ज़िन्दगी नहीं मिलती - -नित्यानंद `तुषार`
*
तेरी आँखों ने कुछ देखा नहीं है
ज़माने में कोई अपना नहीं है - -नित्यानंद `तुषार`
*
घर पे हमारे नाम की तख्ती नहीं लगी
शोहरत की शक्ल ही हमें अच्छी नहीं लगी - -सरदार आसिफ
*
उसको तबाह होना था आसार थे बहुत
उस सरफिरे कबीले के सरदार थे बहुत - -सरदार आसिफ
*
क़दमके साथ ज़मीं सर पे आसमाँ क्यूँ है
जहाँ जहाँ जो रखा है वहाँ वहाँ क्यूँ है - -निदा फ़ाज़ली
*
ख़ुदा को ढूँढने वाले ख़ुदा के आस्तानों में
उसे बेचा ख़रीदा जा रहा है अब दुकानों में - -निदा फ़ाज़ली
*
महकते ख़्वाब खयालों की रौशनी मिलती
हमें भी काश मुहब्बत की ज़िन्दगी मिलती - - देवमणि पाण्डेय
*
जो मिलें प्यार में फिर न बिछडें कभी
मेरे दिल की यही इतनी फ़रियाद है - -देवमणि पाण्डेय
*
जाने हमको ये मुलाक़ात कहाँ ले जाए
बातों -बातों में कोई बात कहाँ ले जाए - -कैसर -उल -जाफ़री
*
चांदनी के डूबते ही घर में क्या रह जायेगा
तुम चले जाओगे दरवाज़ा खुला रह जायेगा - - कैसर -उल -जाफ़री
प्रस्तुति - - यश
साहित्यिक पत्रिका `युग वंशिका` में प्रकाशित ग़ज़लों में से
कुछ पंक्तियाँ आपके लिये
दोस्त हर क़दम पर हैं ,दोस्ती नहीं मिलती
आजकल के रिश्तों में, ज़िन्दगी नहीं मिलती - -नित्यानंद `तुषार`
*
तेरी आँखों ने कुछ देखा नहीं है
ज़माने में कोई अपना नहीं है - -नित्यानंद `तुषार`
*
घर पे हमारे नाम की तख्ती नहीं लगी
शोहरत की शक्ल ही हमें अच्छी नहीं लगी - -सरदार आसिफ
*
उसको तबाह होना था आसार थे बहुत
उस सरफिरे कबीले के सरदार थे बहुत - -सरदार आसिफ
*
क़दमके साथ ज़मीं सर पे आसमाँ क्यूँ है
जहाँ जहाँ जो रखा है वहाँ वहाँ क्यूँ है - -निदा फ़ाज़ली
*
ख़ुदा को ढूँढने वाले ख़ुदा के आस्तानों में
उसे बेचा ख़रीदा जा रहा है अब दुकानों में - -निदा फ़ाज़ली
*
महकते ख़्वाब खयालों की रौशनी मिलती
हमें भी काश मुहब्बत की ज़िन्दगी मिलती - - देवमणि पाण्डेय
*
जो मिलें प्यार में फिर न बिछडें कभी
मेरे दिल की यही इतनी फ़रियाद है - -देवमणि पाण्डेय
*
जाने हमको ये मुलाक़ात कहाँ ले जाए
बातों -बातों में कोई बात कहाँ ले जाए - -कैसर -उल -जाफ़री
*
चांदनी के डूबते ही घर में क्या रह जायेगा
तुम चले जाओगे दरवाज़ा खुला रह जायेगा - - कैसर -उल -जाफ़री
प्रस्तुति - - यश
No comments:
Post a Comment